हेलो दोस्तों आपका Learninfo.co.in में सुआगत है। और आज के इस आर्टिकल में आप जानेंगे। की कब-कब रूस ने भारत की मदद की तो चलिए तो दोस्तों सुरु करते है।
रूस को भारत का मित्र देस भी कहा जाता है। लेकिन सायद आपको इसका इतिहास नहीं पता होगा। की कब कब रूस ने भारत का साथ दिया। लेकिन हमे ये पता है। हमारी मित्रता अमेरिका से बढ़ रही है। लेकिन हम रूस से अपनी मित्रता कभी काम नहीं होने देते। लेकिन इसका कारन किया है। तो आइए जानते है। Russia Helped India.
In 1971, Russia Helped India from Pakistan And Whole World
Posted By: 🕴Bharat Singh |🏷In:internet,Social Media |⌚Last Update: 22-08-2018
दरअसल साल 1971 में जब भारत और पाकिस्तान के बिच युद्ध हुआ तब पाकिस्तान के लिए कुछ भी अच्छा नहीं हो रहा था। जब भारत की एयरफोर्स ने East Pakistan पर हमला करदिया। तब पाकिस्तान का हौसला भी तोड़ कर रख दिया था। क्युकी भारतीय एयरफोर्स के सामने पाकिस्तान कभी टिक नहीं सकता था।
तब उस वक़्त के अमेरिका के रास्ट्रियपति निक्सन ने अपने सेक्रेटरी ऑफ़ स्टेट को बुलाया। और पाकिस्तान को बचाने की इच्छा जाहिर की। तब निकसन ने भारत की प्रधानमन्त्री इंद्रागांधी को अपशब्द भी कहे। इस युद्ध का नतीजा भुक्तने की चेतावनी भी दी।
उसके बाद निक्सन ने अपने aircraftcarrier को हिन्द महासागर के करीब बेझने के आदेश दिए। इसके बाद uk ने भी भारत के करीब अपने aircraftcarrier को भेजने के आदेश दे दिए। UK अमेरिका ने कई अपने मित्र देसो जिनमें चीन भी आता है।
उन्हें भी पाकिस्तान की रक्षा करने के लिए मानलिया। इसके बाद जॉर्डन ने भी अपने 5 एयरक्राफ्ट पाकिस्तान में भेजे और 22 और भेजने की इच्छा जाहिर की। जिसके बाद तुर्की और सऊदी भी अपने 5 एयरक्राफ्ट पाकिस्तान भेजने वाले थे। जिसके बाद france भी अपने aircraft पाकिस्तान भेजने को तैयार हो गया।
सयुक्त अरब अबिरब ने भी अपने आधे एयरक्राफ्ट और इंडोनेशिया ने भी अपने navy के जहाज़ पाकिस्तान भेज दिए। इस तरह अमेरिका और uk ने मिलकर भारत को घेरने का पूरा प्लेन बना लिया था।
भारतीय सुरक्षा विभाग ने भी एक सन्देश पकड़ा की अमेरिका का ऐरक्राफ्टकर्रिएर भारत के काफी करीब आ चूका है। अमेरिका का ये एयरक्राफ्ट कर्रिएर 75000 टन परमाणु हतियारो से लेस था।
तब भारत ने जल्द ही इसका मुकाबला करने के लिए INS Vikrant को रवाना कर दिया। तब सर्दिया होने के कारन चीन के सेना पाकिस्तान की मदद नहीं कर पा रही थी। पहाड़ो में अतयधिक बर्फ़बारी होने के कारन पाकिस्तान चीन और चीन भारत की सिमा को पार करना असभव हो गया था। तब बाकी सारे देसो का पाकिस्तान को समर्थन था। भारत का पलड़ा कमज़ोर पड़ता जा रहा था।
और तब मैदान में कूड़ा भारत का मित्र देस रूस जो उस समय पर सोवियत यूनियन कहलाता था। और उसने सबसे पहले ईरान, तुर्की, और भी कई देसो को सीधा-सीधा धमकाया। तब चीन ने भी इस युद्ध में अपने हाथ खींच लिए। क्युकी उसे पता था। रूस ऊके झिंगझिया काम पर हमला करदेगा।
तब रूस के ख़ुफ़िया विभाग ने पता लगाया। की UK का aircraftcarrier भारत के क्षेत्र के काफी करीब आ रहा है। तब भारत ने रूस को पत्र लिखकर बाकी सभी देसो की आक्रामक सोच बतायी। और उसकी मदद करने के लिए कहा।
क्युकी भारत और रूस के बिज़ साधेय हुयी थी। की वो युद्ध की स्थिति में एक दूसरे का साथ देंगे। तब रूस ने भी अपने समुद्री जहाज़ों को परमाणु हतियारो से लेस करके भेजा। ताकि अमेरिका और uk को ठंडा किया जा सके।
तब रूस के इन जहाज़ों ने अमेरिका के ऐरक्राफ्टकर्रिएर को भारत के करीब पोहोचने से पहले ही घेर लिया। और uk के aircraftcarrier को भी रूस की पाण्डुपियो ने मेडागास्कर के करीब घेर लिया।
इस तरह रूस ने भारत और अमेरिका UK के साथ सीधा युद्ध होने से रोक लिया। और भारत ने बांग्लादेश को आज़ाद करवाया। और ये वो वक़्त था जब सभी देस भारत के खिलाफ खड़े थे। और रूस भारत के साथ।
तो दोस्तों आपको आर्टिकल कैसा लगा अगर अच्छा लगा हो तो इसे सोशल मीडिया पर शेयर जरूर करे। जिससे लोग भारत और रूस के रिश्ते को समझ सके। ये ही वो वजा है। जिसकी वजह से रूस भारत का सबसे अच्छा मित्र है।
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रूस को भारत का मित्र देस भी कहा जाता है। लेकिन सायद आपको इसका इतिहास नहीं पता होगा। की कब कब रूस ने भारत का साथ दिया। लेकिन हमे ये पता है। हमारी मित्रता अमेरिका से बढ़ रही है। लेकिन हम रूस से अपनी मित्रता कभी काम नहीं होने देते। लेकिन इसका कारन किया है। तो आइए जानते है। Russia Helped India.
In 1971, Russia Helped India from Pakistan And Whole World
Posted By: 🕴Bharat Singh |🏷In:internet,Social Media |⌚Last Update: 22-08-2018
दरअसल साल 1971 में जब भारत और पाकिस्तान के बिच युद्ध हुआ तब पाकिस्तान के लिए कुछ भी अच्छा नहीं हो रहा था। जब भारत की एयरफोर्स ने East Pakistan पर हमला करदिया। तब पाकिस्तान का हौसला भी तोड़ कर रख दिया था। क्युकी भारतीय एयरफोर्स के सामने पाकिस्तान कभी टिक नहीं सकता था।
तब उस वक़्त के अमेरिका के रास्ट्रियपति निक्सन ने अपने सेक्रेटरी ऑफ़ स्टेट को बुलाया। और पाकिस्तान को बचाने की इच्छा जाहिर की। तब निकसन ने भारत की प्रधानमन्त्री इंद्रागांधी को अपशब्द भी कहे। इस युद्ध का नतीजा भुक्तने की चेतावनी भी दी।
उसके बाद निक्सन ने अपने aircraftcarrier को हिन्द महासागर के करीब बेझने के आदेश दिए। इसके बाद uk ने भी भारत के करीब अपने aircraftcarrier को भेजने के आदेश दे दिए। UK अमेरिका ने कई अपने मित्र देसो जिनमें चीन भी आता है।
उन्हें भी पाकिस्तान की रक्षा करने के लिए मानलिया। इसके बाद जॉर्डन ने भी अपने 5 एयरक्राफ्ट पाकिस्तान में भेजे और 22 और भेजने की इच्छा जाहिर की। जिसके बाद तुर्की और सऊदी भी अपने 5 एयरक्राफ्ट पाकिस्तान भेजने वाले थे। जिसके बाद france भी अपने aircraft पाकिस्तान भेजने को तैयार हो गया।
सयुक्त अरब अबिरब ने भी अपने आधे एयरक्राफ्ट और इंडोनेशिया ने भी अपने navy के जहाज़ पाकिस्तान भेज दिए। इस तरह अमेरिका और uk ने मिलकर भारत को घेरने का पूरा प्लेन बना लिया था।
भारतीय सुरक्षा विभाग ने भी एक सन्देश पकड़ा की अमेरिका का ऐरक्राफ्टकर्रिएर भारत के काफी करीब आ चूका है। अमेरिका का ये एयरक्राफ्ट कर्रिएर 75000 टन परमाणु हतियारो से लेस था।
तब भारत ने जल्द ही इसका मुकाबला करने के लिए INS Vikrant को रवाना कर दिया। तब सर्दिया होने के कारन चीन के सेना पाकिस्तान की मदद नहीं कर पा रही थी। पहाड़ो में अतयधिक बर्फ़बारी होने के कारन पाकिस्तान चीन और चीन भारत की सिमा को पार करना असभव हो गया था। तब बाकी सारे देसो का पाकिस्तान को समर्थन था। भारत का पलड़ा कमज़ोर पड़ता जा रहा था।
और तब मैदान में कूड़ा भारत का मित्र देस रूस जो उस समय पर सोवियत यूनियन कहलाता था। और उसने सबसे पहले ईरान, तुर्की, और भी कई देसो को सीधा-सीधा धमकाया। तब चीन ने भी इस युद्ध में अपने हाथ खींच लिए। क्युकी उसे पता था। रूस ऊके झिंगझिया काम पर हमला करदेगा।
तब रूस के ख़ुफ़िया विभाग ने पता लगाया। की UK का aircraftcarrier भारत के क्षेत्र के काफी करीब आ रहा है। तब भारत ने रूस को पत्र लिखकर बाकी सभी देसो की आक्रामक सोच बतायी। और उसकी मदद करने के लिए कहा।
क्युकी भारत और रूस के बिज़ साधेय हुयी थी। की वो युद्ध की स्थिति में एक दूसरे का साथ देंगे। तब रूस ने भी अपने समुद्री जहाज़ों को परमाणु हतियारो से लेस करके भेजा। ताकि अमेरिका और uk को ठंडा किया जा सके।
तब रूस के इन जहाज़ों ने अमेरिका के ऐरक्राफ्टकर्रिएर को भारत के करीब पोहोचने से पहले ही घेर लिया। और uk के aircraftcarrier को भी रूस की पाण्डुपियो ने मेडागास्कर के करीब घेर लिया।
इस तरह रूस ने भारत और अमेरिका UK के साथ सीधा युद्ध होने से रोक लिया। और भारत ने बांग्लादेश को आज़ाद करवाया। और ये वो वक़्त था जब सभी देस भारत के खिलाफ खड़े थे। और रूस भारत के साथ।
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